नागराज


परिचय: नागराज भारतीय कॉमिक्स जगत का सबसे प्रसिद्ध सुपरहीरो है, जिसे राज कॉमिक्स ने 1986 में पेश किया। इसके रचनाकार मनोज गुप्ता और संजय गुप्ता हैं। नागराज ने भारतीय कॉमिक्स में सुपरहीरो संस्कृति की नींव रखी और इसे देशभर के बच्चों और युवाओं का प्रिय पात्र बना दिया।


नागराज की उत्पत्ति: नागराज का जन्म नागद्वीप में हुआ था। वह नागों के राजा वासुकी का वारिस है। बचपन में ही उसे एक तांत्रिक भैरवनाथ ने अपने स्वार्थ के लिए अपहृत कर लिया। तांत्रिक ने नागराज को हथियार बना कर दुनिया पर कब्ज़ा करने की योजना बनाई, लेकिन नागराज को उसकी सच्चाई का पता चलने पर वह उसके खिलाफ हो गया। इसके बाद नागराज मानव समाज की भलाई के लिए कार्य करने लगा।


शक्तियाँ: नागराज के पास अद्भुत शक्तियाँ हैं:


उसके शरीर में अनगिनत जहरीले नाग और सांप बसे हैं, जिन्हें वह अपने आदेश पर बाहर निकाल सकता है।


वह किसी भी विष का प्रभाव झेल सकता है।


नागराज की त्वचा पर किसी भी हथियार का असर नहीं होता।


वह पानी और दीवारों पर चल सकता है।


योग और तंत्र विद्या में पारंगत है।



दुश्मन: नागराज के कई दुश्मन हैं, जिनमें तांत्रिक भैरवनाथ, विसर्पी, नागपाशा, शक्ति कुमार, और त्रिफना प्रमुख हैं। इन खलनायकों के खिलाफ नागराज ने कई रोमांचक युद्ध लड़े



लोकप्रियता: नागराज की कहानियाँ 1986 से आज तक प्रकाशित होती रही हैं। 'नागराज और सुपर कमांडो ध्रुव', 'नागराज और डोगा' जैसी संयुक्त कहानियाँ भी आईं। नागराज का किरदार भारतीय कॉमिक्स के सबसे लोकप्रिय और लंबी चलने वाली श्रृंखला में से एक है।


डिजिटल और फिल्म योजना: आज राज कॉमिक्स नागराज को डिजिटल फॉर्मेट में ई-कॉमिक्स, एप और वेबसाइट्स पर पेश कर रहा है। साथ ही नागराज पर फिल्म बनाने की योजना भी घोषित हो चुकी है। इससे नागराज की लोकप्रियता नए आयाम पर पहुँचने की संभावना है।


निष्कर्ष: नागराज केवल एक सुपरहीरो नहीं, बल्कि भारतीय लोक संस्कृति, तंत्र-विद्या और आधुनिक समाज का संगम है। उसकी कहानियाँ न केवल रोमांच देती हैं, बल्कि नैतिक संदेश भी देती हैं। नागराज भारतीय कॉमिक्स के स्वर्ण युग का प्रतीक है और आने वाले समय में इसकी चमक और भी बढ़ेगी।



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